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"तुम्हारी गोद में / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर
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और लू के थपेड़े | और लू के थपेड़े | ||
या ओलावृष्टि की मार | या ओलावृष्टि की मार | ||
कुछ नहीं कर सकती मेरा | कुछ नहीं कर सकती मेरा | ||
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तुम्हारी गोद मे मुझे डर कैसा | तुम्हारी गोद मे मुझे डर कैसा | ||
− | मैं | + | मैं चूँध तृप्त होता हूं |
− | + | चूँध तृप्त होता है जगत | |
तुम्हारी छातियों में | तुम्हारी छातियों में | ||
− | क्षीर सागर है | + | क्षीर-सागर है माँ ! |
'''अनुवाद : नीरज दइया''' | '''अनुवाद : नीरज दइया''' | ||
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09:16, 20 जुलाई 2010 का अवतरण
घुँडियों के मुँह लगाते ही
लगा मुझे
सारा सुख यहीं है
उमस
आँधी
और लू के थपेड़े
या ओलावृष्टि की मार
कुछ नहीं कर सकती मेरा
तुम्हारी गोद मे मुझे डर कैसा
मैं चूँध तृप्त होता हूं
चूँध तृप्त होता है जगत
तुम्हारी छातियों में
क्षीर-सागर है माँ !
अनुवाद : नीरज दइया