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''' इस रेखांकित समय में '''
इस रेखांकित समय में
जबकि टी०वी० समाज
सूरज के आगे
पानी को लेकर
आंदोलन और प्रदर्शन कर रहे हैं।हैं
मानसून की दग़ाबाज़ी से
जबकि नगरपालिका के सौजन्य से
पानी के टैंकर आए-दिन
मोहल्लों में प्यास से मुक्ति कीगंगा बहा रहे हैं,
यह बात अलग है कि
चार्ल्स डार्विन सरेआम भौंक रहा है,
काहिल बिहारी मज़दूर
और भुक्खड़ उडि़या उड़िया किसान
ख़ुदकुशियों को आबाद रख
नाकाबिल, नामर्द और कमज़ोरों की
तादात घटाते जा रहे हैं
और यह कितनी अच्छी बुरी ख़बर है कि
शहर के नामचीन अस्पताल
स्वस्थ बाशिंदों के कारण
क्योंकि फुटपाथ के
कोकीनखोर रह चुके भिखारी
उन शाही होटलों की शान बढ़ा रहे हैं।हैं
हम समय से आगे चल रहे हैं
और अतरौली में
एक हयादार औरत के
भूखों मरने की ख़बर छाप रहा है।है
कितना ओछा आचरण है कि
अमिताभ बच्चन्न बच्चन द्वारा 15 करोड़ केइनकम -टैक्स भरे जाने को
ग़ुमख़बरी के डस्टबिन में डाल रहा है
जबकि आयकर विभाग
बाबुओं के घनघुन-खाए बटुए सेआयकर चिचोर रहा है। है
क्या ज़रूरत है
मुर्दाघाटनुमा क़ौम को ढँकने के लिए
एक टुकड़ा माँग रहा है
जबकि आवाम अवाम का हरिशचंद्र खुद को
महाजन यानी हुक़ूमत के हाथों गि़रवी रखकर
अपनी लुगाई से धंधा करा रहा है
और ऐय्याश ज़िंदग़ी बसर कर रहा है?
(04-12-2007)
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