Changes

मुनिया / पूनम तुषामड़

22 bytes added, 07:45, 23 सितम्बर 2010
गलियों, बस्तियों, रेलवे लाइनों
से गुज़रती
हाथ में मोर का पंख धरती<ref>बच्चें अक्सर स्कूल में अध्यापक की मार से बचने के लिए दुआ मनाते हुए हथेली पर मोर का पंख रखते हैं ।</ref>
मुनिया
स्कूल पहुंचते ही सहम जाती है ।
मुझे चाचा नेहरू याद आते हैं ।
</poem>
 *बच्चें अक्सर स्कूल में अध्यापक की मार से बचने के लिए दुआ मनाते हुए हथेली पर मोर का पंख रखते हैं ।{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,282
edits