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लिखा है अहसास, लिखी है हर साँस
 
लिखा है अहसास, लिखी है हर साँस
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लिखा है, लिखा है, लिखा है!
 
लिखा है, लिखा है, लिखा है!

11:53, 1 नवम्बर 2010 का अवतरण

दिल की मंजिल में

साँसों के चलने में

रगों के खून में

ज़ुबान के अरमान में

मंज़र की ख़ूबसूरती में

पेड़ की जड़ों में

फूल की खुशबू में

ज़मीन की रेत में

मोहब्बत के नग़ीने में

प्यार की नुमाइश में

इश्क की फरमाइश में

चाहत की खुशी में

सूरज की किरण में

चाँद की रौशनी में

तारे की झलक में

सितारे के चलने में

नज़र के झलकने में

कशिश की सिद्दत में

धड़कन के अहसास में

बदन के ज़र्रों में

अजनबी की पहचान में

कदरदान की तारीफ में

दोस्ती की अहमियत में

मेहरबान के सलाम में

ज़ुमले के मायने में

लफ्ज़ की कशिश में

सुर की आवाज़ में

आवाज़ की पहचान में

अँधेरे के कायम रहने में

बिजली की कड़क में

तूफान की आग़ाज़ में

हवा के झोंके में

लिखा है, नाम सिर्फ़ आपका

लिखी है, पहचान सिर्फ़ आपकी

लिखा है अहसास, लिखी है हर साँस

लिखा है, लिखा है, लिखा है!