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कल और आज / नागार्जुन
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06:19, 18 नवम्बर 2010
गोरैयों के झुंड,
अभी कल तक
पथराई हुई
थी
थी
धनहर खेतों की माटी,
अभी कल तक
अनिल जनविजय
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