"इन्दु जी क्या हुआ आपको / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर
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क्या हुआ आपको? | क्या हुआ आपको? | ||
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क्या हुआ आपको? | क्या हुआ आपको? | ||
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सत्ता की मस्ती में | सत्ता की मस्ती में | ||
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भूल गई बाप को? | भूल गई बाप को? | ||
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इन्दु जी, इन्दु जी, क्या हुआ आपको? | इन्दु जी, इन्दु जी, क्या हुआ आपको? | ||
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बेटे को तार दिया, बोर दिया बाप को! | बेटे को तार दिया, बोर दिया बाप को! | ||
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क्या हुआ आपको? | क्या हुआ आपको? | ||
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क्या हुआ आपको? | क्या हुआ आपको? | ||
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आपकी चाल-ढाल देख- देख लोग हैं दंग | आपकी चाल-ढाल देख- देख लोग हैं दंग | ||
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हकूमती नशे का वाह-वाह कैसा चढ़ा रंग | हकूमती नशे का वाह-वाह कैसा चढ़ा रंग | ||
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सच-सच बताओ भी | सच-सच बताओ भी | ||
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क्या हुआ आपको | क्या हुआ आपको | ||
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यों भला भूल गईं बाप को! | यों भला भूल गईं बाप को! | ||
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छात्रों के लहू का चस्का लगा आपको | छात्रों के लहू का चस्का लगा आपको | ||
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काले चिकने माल का मस्का लगा आपको | काले चिकने माल का मस्का लगा आपको | ||
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किसी ने टोका तो ठस्का लगा आपको | किसी ने टोका तो ठस्का लगा आपको | ||
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अन्ट-शन्ट बक रही जनून में | अन्ट-शन्ट बक रही जनून में | ||
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शासन का नशा घुला ख़ून में | शासन का नशा घुला ख़ून में | ||
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फूल से भी हल्का | फूल से भी हल्का | ||
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समझ लिया आपने हत्या के पाप को | समझ लिया आपने हत्या के पाप को | ||
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इन्दु जी, क्या हुआ आपको | इन्दु जी, क्या हुआ आपको | ||
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बेटे को तार दिया, बोर दिया बाप को! | बेटे को तार दिया, बोर दिया बाप को! | ||
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बचपन में गांधी के पास रहीं | बचपन में गांधी के पास रहीं | ||
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तरुणाई में टैगोर के पास रहीं | तरुणाई में टैगोर के पास रहीं | ||
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अब क्यों उलट दिया 'संगत' की छाप को? | अब क्यों उलट दिया 'संगत' की छाप को? | ||
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क्या हुआ आपको, क्या हुआ आपको | क्या हुआ आपको, क्या हुआ आपको | ||
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बेटे को याद रखा, भूल गई बाप को | बेटे को याद रखा, भूल गई बाप को | ||
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इन्दु जी, इन्दु जी, इन्दु जी, इन्दु जी... | इन्दु जी, इन्दु जी, इन्दु जी, इन्दु जी... | ||
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रानी महारानी आप | रानी महारानी आप | ||
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नवाबों की नानी आप | नवाबों की नानी आप | ||
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नफ़ाख़ोर सेठों की अपनी सगी माई आप | नफ़ाख़ोर सेठों की अपनी सगी माई आप | ||
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काले बाज़ार की कीचड़ आप, काई आप | काले बाज़ार की कीचड़ आप, काई आप | ||
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सुन रहीं गिन रहीं | सुन रहीं गिन रहीं | ||
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गिन रहीं सुन रहीं | गिन रहीं सुन रहीं | ||
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सुन रहीं सुन रहीं | सुन रहीं सुन रहीं | ||
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गिन रहीं गिन रहीं | गिन रहीं गिन रहीं | ||
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हिटलर के घोड़े की एक-एक टाप को | हिटलर के घोड़े की एक-एक टाप को | ||
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एक-एक टाप को, एक-एक टाप को | एक-एक टाप को, एक-एक टाप को | ||
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सुन रहीं गिन रहीं | सुन रहीं गिन रहीं | ||
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एक-एक टाप को | एक-एक टाप को | ||
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हिटलर के घोड़े की, हिटलर के घोड़े की | हिटलर के घोड़े की, हिटलर के घोड़े की | ||
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एक-एक टाप को... | एक-एक टाप को... | ||
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छात्रों के ख़ून का नशा चढ़ा आपको | छात्रों के ख़ून का नशा चढ़ा आपको | ||
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यही हुआ आपको | यही हुआ आपको | ||
यही हुआ आपको | यही हुआ आपको | ||
− | (१९७४ में रचित,'खिचड़ी विप्लव देखा हमने' नामक संग्रह से ) | + | '''(१९७४ में रचित,'खिचड़ी विप्लव देखा हमने' नामक संग्रह से ) |
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11:51, 18 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण
क्या हुआ आपको?
क्या हुआ आपको?
सत्ता की मस्ती में
भूल गई बाप को?
इन्दु जी, इन्दु जी, क्या हुआ आपको?
बेटे को तार दिया, बोर दिया बाप को!
क्या हुआ आपको?
क्या हुआ आपको?
आपकी चाल-ढाल देख- देख लोग हैं दंग
हकूमती नशे का वाह-वाह कैसा चढ़ा रंग
सच-सच बताओ भी
क्या हुआ आपको
यों भला भूल गईं बाप को!
छात्रों के लहू का चस्का लगा आपको
काले चिकने माल का मस्का लगा आपको
किसी ने टोका तो ठस्का लगा आपको
अन्ट-शन्ट बक रही जनून में
शासन का नशा घुला ख़ून में
फूल से भी हल्का
समझ लिया आपने हत्या के पाप को
इन्दु जी, क्या हुआ आपको
बेटे को तार दिया, बोर दिया बाप को!
बचपन में गांधी के पास रहीं
तरुणाई में टैगोर के पास रहीं
अब क्यों उलट दिया 'संगत' की छाप को?
क्या हुआ आपको, क्या हुआ आपको
बेटे को याद रखा, भूल गई बाप को
इन्दु जी, इन्दु जी, इन्दु जी, इन्दु जी...
रानी महारानी आप
नवाबों की नानी आप
नफ़ाख़ोर सेठों की अपनी सगी माई आप
काले बाज़ार की कीचड़ आप, काई आप
सुन रहीं गिन रहीं
गिन रहीं सुन रहीं
सुन रहीं सुन रहीं
गिन रहीं गिन रहीं
हिटलर के घोड़े की एक-एक टाप को
एक-एक टाप को, एक-एक टाप को
सुन रहीं गिन रहीं
एक-एक टाप को
हिटलर के घोड़े की, हिटलर के घोड़े की
एक-एक टाप को...
छात्रों के ख़ून का नशा चढ़ा आपको
यही हुआ आपको
यही हुआ आपको
(१९७४ में रचित,'खिचड़ी विप्लव देखा हमने' नामक संग्रह से )