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"इन सलाखों से टिकाकर भाल / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर

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इन सलाखों से टिकाकर भाल
 
इन सलाखों से टिकाकर भाल
 
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सोचता ही रहूँगा चिरकाल
सोचता ही रहूंगा चिरकाल
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और भी तो पकेंगे कुछ बाल
 
और भी तो पकेंगे कुछ बाल
 
 
जाने किस की / जाने किस की
 
जाने किस की / जाने किस की
 
 
और भी तो गलेगी कुछ दाल
 
और भी तो गलेगी कुछ दाल
 
 
न टपकेगी कि उनकी राल
 
न टपकेगी कि उनकी राल
 
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चाँद पूछेगा न दिल का हाल
चांद पूछेगा न दिल का हाल
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सामने आकर करेगा वो न एक सवाल
 
सामने आकर करेगा वो न एक सवाल
 
 
मैं सलाखों से टिकाए भाल
 
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सोचता ही रहूँगा चिरकाल
  
सोचता ही रहूंगा चिरकाल
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(1976)
 
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(रचनाकाल : 1976)
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12:05, 18 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण

इन सलाखों से टिकाकर भाल
सोचता ही रहूँगा चिरकाल
और भी तो पकेंगे कुछ बाल
जाने किस की / जाने किस की
और भी तो गलेगी कुछ दाल
न टपकेगी कि उनकी राल
चाँद पूछेगा न दिल का हाल
सामने आकर करेगा वो न एक सवाल
मैं सलाखों से टिकाए भाल
सोचता ही रहूँगा चिरकाल

(1976)