भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बचपन / कविता गौड़" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कविता गौड़ |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> बचपन की तलाश है क…) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
कहीं खो गया है बचपन | कहीं खो गया है बचपन | ||
गलियों में रो रहा है बचपन | गलियों में रो रहा है बचपन | ||
+ | |||
होटलों में ढाबों में धो रहा है बरतन | होटलों में ढाबों में धो रहा है बरतन | ||
काँच की चूड़ियों में पिरो रहा है शबनम | काँच की चूड़ियों में पिरो रहा है शबनम | ||
बीड़ियों में तंबाखू समो रहा है बचपन | बीड़ियों में तंबाखू समो रहा है बचपन | ||
+ | |||
गोदियों में बचपन खिला रहा है बचपन | गोदियों में बचपन खिला रहा है बचपन | ||
योजनाएँ सारी ध्वस्त है | योजनाएँ सारी ध्वस्त है |
11:10, 23 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण
बचपन की तलाश है
कहीं खो गया है बचपन
गलियों में रो रहा है बचपन
होटलों में ढाबों में धो रहा है बरतन
काँच की चूड़ियों में पिरो रहा है शबनम
बीड़ियों में तंबाखू समो रहा है बचपन
गोदियों में बचपन खिला रहा है बचपन
योजनाएँ सारी ध्वस्त है
कहीं भी खिलखिलाता नज़र नहीं
आ रहा है बचपन