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'''कभी-कभी'''[[Media:उदाहरण.ogg]]
 
 
 
आज फिर
 
आज फिर
 
गरज रहे हैं बादल
 
गरज रहे हैं बादल
 
बरस रहा है पानी
 
बरस रहा है पानी
तरस रहा हूं मैं
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तरस रहा हूँ मैं
 
दो चार बूंदों के लिए
 
दो चार बूंदों के लिए
  
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गरजेंगे बादल
 
गरजेंगे बादल
 
बरसेगा पानी
 
बरसेगा पानी
और भीग जाउंगा मैं भी
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और भीग जाऊँगा मैं भी
 
बरसात के पानी में
 
बरसात के पानी में
  
बरस जाऊंगा मैं भी
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बरस जाऊँगा मैं भी
 
एक दिन
 
एक दिन
1994
+
 
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रचनाकाल : 1994
 
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11:48, 6 जून 2010 के समय का अवतरण

आज फिर
गरज रहे हैं बादल
बरस रहा है पानी
तरस रहा हूँ मैं
दो चार बूंदों के लिए

फिर और किसी दिन
गरजेंगे बादल
बरसेगा पानी
और भीग जाऊँगा मैं भी
बरसात के पानी में

बरस जाऊँगा मैं भी
एक दिन

रचनाकाल : 1994