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"कविता एक चिड़िया-सी / पूरन मुद्गल" के अवतरणों में अंतर

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(एक चिड़िया उसके भीतर)
 
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मील-पत्थर की तरह
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कैसे रहे होंगे वे हाथ
उम्र की ढलान से
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जिन्होंने चिड़िया का चित्र बनाया
फिसल गए
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बहुत बार उड़े होंगे/आकाश की ऊंचाईयों में
कितने ही वर्ष ।
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कितनी बार सुनी होगी
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चिड़िया की चहकती
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बच्चे की तुतली मिठास में
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और सारी उम्र किया होगा
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चिड़िया-सा घोंसला बनाने का जतन
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उड़ती
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चहकती
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तिनके चुनती
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घोंसला बनाती चिड़िया
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घोंसले से गिरते हुए तिनके
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वह
 +
उठाता
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सहेजता
 +
और
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करता रहता
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चिड़िया-सा घोंसला बनाने का अभ्यास
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क्योंकि रोज आ बैठती
 +
एक चिड़िया उसके भीतर।
  
क़ायम हैं
 
मील-पत्थर की तरह
 
तुम्हारे संग बिताए
 
पल ।
 
 
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15:29, 13 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

कैसे रहे होंगे वे हाथ
जिन्होंने चिड़िया का चित्र बनाया
बहुत बार उड़े होंगे/आकाश की ऊंचाईयों में
कितनी बार सुनी होगी
चिड़िया की चहकती
बच्चे की तुतली मिठास में
और सारी उम्र किया होगा
चिड़िया-सा घोंसला बनाने का जतन
उड़ती
चहकती
तिनके चुनती
घोंसला बनाती चिड़िया
घोंसले से गिरते हुए तिनके
वह
उठाता
सहेजता
और
करता रहता
चिड़िया-सा घोंसला बनाने का अभ्यास
क्योंकि रोज आ बैठती
एक चिड़िया उसके भीतर।