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तुम देखते हो | तुम देखते हो | ||
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13:02, 8 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
औरतें
शहरों की तरह होती हैं
जिन्हें
जितना ज़्यादा निकट से
तुम देखते हो
उन्हें
उतना ही कम
तुम जानते हो
(1998)