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"जाना है / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर
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सूँघा था | सूँघा था | ||
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चखा था बहुत बार | चखा था बहुत बार | ||
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बचपन से ही | बचपन से ही | ||
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पर आज पहली बार जब देखा है | पर आज पहली बार जब देखा है | ||
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डाल पर पकते इस फल को | डाल पर पकते इस फल को | ||
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तभी जाना है असली रंग-स्वाद-गंध | तभी जाना है असली रंग-स्वाद-गंध | ||
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धरती-आकाश तक फैले सम्बन्ध । | धरती-आकाश तक फैले सम्बन्ध । | ||
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12:52, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
पहले भी देखा था यह फल
सूँघा था
चखा था बहुत बार
बचपन से ही
पर आज पहली बार जब देखा है
डाल पर पकते इस फल को
तभी जाना है असली रंग-स्वाद-गंध
इस छोटे-से फल के
धरती-आकाश तक फैले सम्बन्ध ।