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पालक कृपालु अपने पनके।1। | पालक कृपालु अपने पनके।1। | ||
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धरनी-धरनहार भंजन-भुवनभार, | धरनी-धरनहार भंजन-भुवनभार, | ||
अवतार साहसी सहसफनके।। | अवतार साहसी सहसफनके।। | ||
सत्यसंध, सत्यब्रत, परम धरमरत, | सत्यसंध, सत्यब्रत, परम धरमरत, | ||
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रूपके निधान, धनु-बान पानि, | रूपके निधान, धनु-बान पानि, | ||
तून कटि, महाबीर बिदित, जितैया बड़े रनके।। | तून कटि, महाबीर बिदित, जितैया बड़े रनके।। | ||
सेवक-सुख-दायक, सबल, सब लायक, | सेवक-सुख-दायक, सबल, सब लायक, | ||
− | + | गायक जानकीनाथ गुनगनके।3। | |
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भावते भरतके, सुमित्रा-सीताके दुलारे, | भावते भरतके, सुमित्रा-सीताके दुलारे, | ||
चातक चतुर राम स्याम घनके।। | चातक चतुर राम स्याम घनके।। | ||
बल्लभ उरमिलाके, सुलभ सनेहबस, | बल्लभ उरमिलाके, सुलभ सनेहबस, | ||
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13:19, 6 मार्च 2011 के समय का अवतरण
लक्ष्मण स्तुति
(दण्डक)
37
लाल लाड़िले लखन, हित हौ जनके।
सुमिरे संकटहारी, सकल सुमंगलकारी,
पालक कृपालु अपने पनके।1।
धरनी-धरनहार भंजन-भुवनभार,
अवतार साहसी सहसफनके।।
सत्यसंध, सत्यब्रत, परम धरमरत,
निरमल करम बचन अरू मनके।2।
रूपके निधान, धनु-बान पानि,
तून कटि, महाबीर बिदित, जितैया बड़े रनके।।
सेवक-सुख-दायक, सबल, सब लायक,
गायक जानकीनाथ गुनगनके।3।
भावते भरतके, सुमित्रा-सीताके दुलारे,
चातक चतुर राम स्याम घनके।।
बल्लभ उरमिलाके, सुलभ सनेहबस,
धनी धन तुलसीसे निरधनके।4।