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उड़ी एक चिड़िया
 
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पंख झटकारते उठी
 
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दूर बहुत दूर ऊपर आकाश में
 
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उड़ी एक चिड़िया--
 
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सूर्य की ओर
 
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अभी अभी यहीं थी
 
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मेरी ही थाली से उठाया था दाना
 
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धीरे धीरे रह गया एक अग्नि-पंख
 
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वह सूर्य बन गई ।
 
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13:11, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

उड़ी एक चिड़िया
पंख झटकारते उठी
दूर बहुत दूर ऊपर आकाश में
उड़ी एक चिड़िया--
सूर्य की ओर

अभी अभी यहीं थी
मेरी ही थाली से उठाया था दाना

धीरे धीरे रह गया एक अग्नि-पंख
वह सूर्य बन गई ।