(New page: {{KKGlobal}} रचनाकार: जावेद अख़्तर Category:कविताएँ Category:जावेद अख़्तर ~*~*~*~*~*~*~*~~*~*~*~*~*...) |
Sandeep Sethi (चर्चा | योगदान) छो |
||
| (एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
| पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
| − | + | {{KKRachna | |
| − | रचनाकार | + | |रचनाकार=जावेद अख़्तर |
| − | + | }} | |
| − | [[Category: | + | [[Category:ग़ज़ल]] |
| − | + | <poem> | |
| − | + | तमन्ना फिर मचल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ | |
| − | + | यह मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ | |
| − | + | ||
| − | + | ||
| − | + | ||
| − | + | ||
| − | तमन्ना फिर मचल जाए | + | |
| − | + | ||
| − | अगर तुम मिलने आ | + | |
| − | + | ||
| − | यह मौसम ही बदल जाए | + | |
| − | + | ||
| − | अगर तुम मिलने आ | + | |
मुझे गम है कि मैने जिन्दगी में कुछ नहीं पाया | मुझे गम है कि मैने जिन्दगी में कुछ नहीं पाया | ||
| − | + | ये ग़म दिल से निकल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ | |
| − | ये | + | |
| − | + | ||
| − | अगर तुम मिलने आ | + | |
नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द हैं मेरे | नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द हैं मेरे | ||
| + | ज़माना मुझसे जल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ | ||
| − | + | ये दुनिया भर के झगड़े, घर के किस्से, काम की बातें | |
| − | + | बला हर एक टल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ | |
| − | + | </poem> | |
| − | + | ||
| − | ये दुनिया भर के झगड़े घर के किस्से काम की बातें | + | |
| − | + | ||
| − | बला हर एक टल जाए | + | |
| − | + | ||
| − | अगर तुम मिलने आ | + | |
19:15, 30 मार्च 2010 के समय का अवतरण
तमन्ना फिर मचल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ
यह मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ
मुझे गम है कि मैने जिन्दगी में कुछ नहीं पाया
ये ग़म दिल से निकल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ
नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द हैं मेरे
ज़माना मुझसे जल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ
ये दुनिया भर के झगड़े, घर के किस्से, काम की बातें
बला हर एक टल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ