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"धरती और भार / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

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भौजी, डोल हाथ में टाँगे
 
भौजी, डोल हाथ में टाँगे
 
 
मत जाओ नल पर पानी भरने
 
मत जाओ नल पर पानी भरने
 
 
तुम्हारा डोलता है पेट
 
तुम्हारा डोलता है पेट
 
 
झूलता है अन्दर बँधा हुआ बच्चा
 
झूलता है अन्दर बँधा हुआ बच्चा
 
 
गली बहुत रुखड़ी है
 
गली बहुत रुखड़ी है
 
 
गड़े हैं कंकड़-पत्थर
 
गड़े हैं कंकड़-पत्थर
 
 
दोनों हाथों से लटके हुए डोल
 
दोनों हाथों से लटके हुए डोल
 
 
अब और तुम्हें खींचेंगे धरती पर
 
अब और तुम्हें खींचेंगे धरती पर
 
 
झोर देंगे देह की नसें
 
झोर देंगे देह की नसें
 
 
उकस जाएँगी हड्डियाँ
 
उकस जाएँगी हड्डियाँ
 
 
ऊपर-नीचे दोलेगा पेट
 
ऊपर-नीचे दोलेगा पेट
 
 
और थक जाएगा बउआ
 
और थक जाएगा बउआ
 
 
 
भैया से बोलो बैठा दें कहीं से
 
भैया से बोलो बैठा दें कहीं से
 
 
घर के आँगन में नल
 
घर के आँगन में नल
 
 
तुम कैसे नहाओगी सड़क के किनारे
 
तुम कैसे नहाओगी सड़क के किनारे
 
 
लोगों के बीच
 
लोगों के बीच
 
 
कैसे किस पाँव पर खड़ी रह पाओगी
 
कैसे किस पाँव पर खड़ी रह पाओगी
 
 
तुम देर-देर तक
 
तुम देर-देर तक
 
  
 
तुम कितना झुकोगी
 
तुम कितना झुकोगी
 
 
देह को कितना मरोड़ोगी
 
देह को कितना मरोड़ोगी
 
 
घर के छोटे दरवाज़े में
 
घर के छोटे दरवाज़े में
 
 
तुम फिर गिर जाओगी
 
तुम फिर गिर जाओगी
 
 
कितनी कमज़ोर हो गई हो तुम
 
कितनी कमज़ोर हो गई हो तुम
 
 
जामुन की डाल-सी
 
जामुन की डाल-सी
 
  
 
भौजी, हाथ में डोल लिए
 
भौजी, हाथ में डोल लिए
 
 
मत जाना नल पर पानी भरने
 
मत जाना नल पर पानी भरने
 
 
तुम गिर जाओगी
 
तुम गिर जाओगी
 
 
और बउआ...
 
और बउआ...
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12:11, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

भौजी, डोल हाथ में टाँगे
मत जाओ नल पर पानी भरने
तुम्हारा डोलता है पेट
झूलता है अन्दर बँधा हुआ बच्चा
गली बहुत रुखड़ी है
गड़े हैं कंकड़-पत्थर
दोनों हाथों से लटके हुए डोल
अब और तुम्हें खींचेंगे धरती पर
झोर देंगे देह की नसें
उकस जाएँगी हड्डियाँ
ऊपर-नीचे दोलेगा पेट
और थक जाएगा बउआ
भैया से बोलो बैठा दें कहीं से
घर के आँगन में नल
तुम कैसे नहाओगी सड़क के किनारे
लोगों के बीच
कैसे किस पाँव पर खड़ी रह पाओगी
तुम देर-देर तक

तुम कितना झुकोगी
देह को कितना मरोड़ोगी
घर के छोटे दरवाज़े में
तुम फिर गिर जाओगी
कितनी कमज़ोर हो गई हो तुम
जामुन की डाल-सी

भौजी, हाथ में डोल लिए
मत जाना नल पर पानी भरने
तुम गिर जाओगी
और बउआ...