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जलियाँवाला बाग में बसंत / सुभद्राकुमारी चौहान
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05:50, 4 जुलाई 2013
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यहाँ कोकिला नहीं, काग हैं, शोर मचाते,
काले काले कीट, भ्रमर का भ्रम उपजाते।
Sharda suman
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