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05:15, 22 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण
जिसे मैंने खोजा, पल पल सँवारा स्मरण से,
उसे देखा आँखों, तन मन बिसारे विकल हो,
किसी के पीछे है । सकल घटना भर्तृहरि की
लिखी देखी आगे । अगम तम में भी सुगम था ।