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"बिना शब्दों के / नीरज दइया" के अवतरणों में अंतर

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सिर्फ शब्दों से ?
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सिर्फ शब्दों से?
 
शब्द कहां  
 
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व्यक्त कर पाते हैं-
 
व्यक्त कर पाते हैं-
सभी अभिव्यक्तियां ।
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व्यक्त करने पर भी
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रह जाता है
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बहुत कुछ अव्यक्त....
  
 
अगर होती शक्ति शब्दों में
 
अगर होती शक्ति शब्दों में
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मैं लिखता-
 
हमने क्या बात की
 
हमने क्या बात की
 
बिना शब्दों के !
 
बिना शब्दों के !
 
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06:26, 16 मई 2013 के समय का अवतरण

क्या बतियाना होता है
सिर्फ शब्दों से?
शब्द कहां
व्यक्त कर पाते हैं-
व्यक्त करने पर भी
रह जाता है
बहुत कुछ अव्यक्त....

अगर होती शक्ति शब्दों में
मैं लिखता-
हमने क्या बात की
बिना शब्दों के !