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"मिट्टी / नरेश सक्सेना" के अवतरणों में अंतर
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इंसान तो इंसान, धर्मग्रंथों का यह ज्ञान | इंसान तो इंसान, धर्मग्रंथों का यह ज्ञान | ||
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मिट्टी के इतिहास में मिट्टी के खिलौने हैं | मिट्टी के इतिहास में मिट्टी के खिलौने हैं |
21:06, 19 मई 2011 के समय का अवतरण
नफ़रत पैदा करती है नफ़रत
और प्रेम से जनमता है प्रेम
इंसान तो इंसान, धर्मग्रंथों का यह ज्ञान
तो मिट्टी तक के सामने ठिठककर रह जाता है
मिट्टी के इतिहास में मिट्टी के खिलौने हैं
खिलौनों के इतिहास में हैं बच्चे
और बच्चों के इतिहास में बहुत से स्वप्न हैं
जिन्हें अभी पूरी तरह देखा जाना शेष है
नौ बरस की टीकू तक जानती है ये बात
कि मिट्टी से फूल पैदा होते हैं
फूलों से शहद पैदा होता है
और शहद से पैदा होती है बाक़ी कायनात
मिट्टी से मिट्टी पैदा नहीं होती