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"बुरा कहें तो बुरे हैं, भला कहें तो भले / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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बुरा कहें तो बुरे हैं, भला कहें तो भले
 
बुरा कहें तो बुरे हैं, भला कहें तो भले
हम अक्स आपके दिल के ही आईने में ढले
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हम अक्स आपके दिल के ही आइने में ढले
  
 
हम ऐसे होश से बाज़ आये, दूर-दूर हों आप
 
हम ऐसे होश से बाज़ आये, दूर-दूर हों आप
 
ये बेसुधी ही भली है कि हैं गले-से-गले
 
ये बेसुधी ही भली है कि हैं गले-से-गले
  
पहुँचता लोग हैं सोये-ही-सोये मंजिल तक
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पहुँचते लोग हैं सोये-ही-सोये मंज़िल तक
 
जगे हुए भी मगर हम तो दो क़दम न चले
 
जगे हुए भी मगर हम तो दो क़दम न चले
  
छिपा के रखलो कोई प्यार की किरन इसकी
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छिपाके रखलो कोई प्यार की किरन इसकी
 
पता नहीं कि दिया फिर कभी जले न जले
 
पता नहीं कि दिया फिर कभी जले न जले
  
भले ही कोई निगाहें चुरा रहा है गुलाब!
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भले ही कोई निगाहें चुरा रहा है, गुलाब!
छिपा प्यार भी पलकों की बेरुखी के तले
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छिपा है प्यार भी पलकों की बेरुख़ी के तले
 
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01:33, 8 जुलाई 2011 के समय का अवतरण


बुरा कहें तो बुरे हैं, भला कहें तो भले
हम अक्स आपके दिल के ही आइने में ढले

हम ऐसे होश से बाज़ आये, दूर-दूर हों आप
ये बेसुधी ही भली है कि हैं गले-से-गले

पहुँचते लोग हैं सोये-ही-सोये मंज़िल तक
जगे हुए भी मगर हम तो दो क़दम न चले

छिपाके रखलो कोई प्यार की किरन इसकी
पता नहीं कि दिया फिर कभी जले न जले

भले ही कोई निगाहें चुरा रहा है, गुलाब!
छिपा है प्यार भी पलकों की बेरुख़ी के तले