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शेष है एक घड़ी के बाद दूसरी घड़ी, | शेष है एक घड़ी के बाद दूसरी घड़ी, | ||
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उमंग के बाद ललछौंही उमंग, | उमंग के बाद ललछौंही उमंग, | ||
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उल्लास के बाद रोमिल उल्लास, | उल्लास के बाद रोमिल उल्लास, | ||
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सैलाब के बाद भी एक बूंद, | सैलाब के बाद भी एक बूंद, | ||
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आबदार कहीं दुबका हुआ एक कतरा ख़ामोश | आबदार कहीं दुबका हुआ एक कतरा ख़ामोश | ||
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बची है पत्तियों की नोंक के भी आगे सरसराहट, | बची है पत्तियों की नोंक के भी आगे सरसराहट, | ||
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पक्षियों के डैनों से आगे भी उड़ान, | पक्षियों के डैनों से आगे भी उड़ान, | ||
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पेंटिंग के बाहर भी रंगों का संसार, | पेंटिंग के बाहर भी रंगों का संसार, | ||
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संगीत के सुरों के बाहर संगीत, | संगीत के सुरों के बाहर संगीत, | ||
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शब्दों से पर निःशब्द का वितान | शब्दों से पर निःशब्द का वितान | ||
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ध्वनियों से पर मौन का अनहद नाद | ध्वनियों से पर मौन का अनहद नाद | ||
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कोई भी ग्रह अंतिम नहीं आकाशगंगा में, | कोई भी ग्रह अंतिम नहीं आकाशगंगा में, | ||
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कोई भी आकाशगंगा अंतिम नहीं ब्रह्मांड में, | कोई भी आकाशगंगा अंतिम नहीं ब्रह्मांड में, | ||
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अचानक नमूदार होगा कहीं भी कोई ग्रह | अचानक नमूदार होगा कहीं भी कोई ग्रह | ||
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अंतरिक्ष में अचानक | अंतरिक्ष में अचानक | ||
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अचानक फूट पड़ेगा मरू में सोता | अचानक फूट पड़ेगा मरू में सोता | ||
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अचानक भलभला उठेगा ज्वालामुखी में लावा | अचानक भलभला उठेगा ज्वालामुखी में लावा | ||
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अचानक कहीं होगा उल्कापात | अचानक कहीं होगा उल्कापात | ||
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तत्वों की तालिका में बची रहेगी | तत्वों की तालिका में बची रहेगी | ||
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हमेशा जगह किसी न किसी | हमेशा जगह किसी न किसी | ||
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13:09, 12 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
कुछ भी अंतिम नहीं
कुछ भी नहीं अंतिम,
शेष है एक घड़ी के बाद दूसरी घड़ी,
उमंग के बाद ललछौंही उमंग,
उल्लास के बाद रोमिल उल्लास,
सैलाब के बाद भी एक बूंद,
आबदार कहीं दुबका हुआ एक कतरा ख़ामोश
बची है पत्तियों की नोंक के भी आगे सरसराहट,
पक्षियों के डैनों से आगे भी उड़ान,
पेंटिंग के बाहर भी रंगों का संसार,
संगीत के सुरों के बाहर संगीत,
शब्दों से पर निःशब्द का वितान
ध्वनियों से पर मौन का अनहद नाद
कोई भी ग्रह अंतिम नहीं आकाशगंगा में,
कोई भी आकाशगंगा अंतिम नहीं ब्रह्मांड में,
अचानक नमूदार होगा कहीं भी कोई ग्रह
अंतरिक्ष में अचानक
अचानक फूट पड़ेगा मरू में सोता
अचानक भलभला उठेगा ज्वालामुखी में लावा
अचानक कहीं होगा उल्कापात
तत्वों की तालिका में बची रहेगी
हमेशा जगह किसी न किसी
नए तत्व के लिए
शब्दकोश में नए शब्दों के लिए
और कविताओं की दुनियाँ में नई कविता के लिए।