Last modified on 26 दिसम्बर 2009, at 23:50

"आहटें आसपास (कविता) / पंकज सिंह" के अवतरणों में अंतर

(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पंकज सिंह |संग्रह=आहटें आसपास }} कितनी छायाएँ कितने हथ...)
 
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=पंकज सिंह
 
|रचनाकार=पंकज सिंह
|संग्रह=आहटें आसपास
+
|संग्रह=आहटें आसपास / पंकज सिंह
 
}}
 
}}
 
+
{{KKCatKavita}}
 +
<poem>
 
कितनी छायाएँ कितने हथियार चीखें कितनी
 
कितनी छायाएँ कितने हथियार चीखें कितनी
 
 
कितनी रोटियाँ कितना नून
 
कितनी रोटियाँ कितना नून
 
 
कितने अदृश्य अपराध
 
कितने अदृश्य अपराध
 
  
 
सबकुछ धो डालती-सी बारिशें
 
सबकुछ धो डालती-सी बारिशें
 
 
फिर कितना अंधड़ कितनी लू
 
फिर कितना अंधड़ कितनी लू
 
  
 
कितना यह संचय सब
 
कितना यह संचय सब
 
 
सदियों से कितनी व्यथाएँ हाथ बांधे
 
सदियों से कितनी व्यथाएँ हाथ बांधे
 
 
कितना बड़ा होने का इतिहास
 
कितना बड़ा होने का इतिहास
 
  
 
सुनो
 
सुनो
 
 
कितनी-कितनी
 
कितनी-कितनी
 
 
आहटें
 
आहटें
 
 
कितनी कितनी आहटें
 
कितनी कितनी आहटें
 
 
आसपास
 
आसपास
 
  
 
(रचनाकाल:1980)
 
(रचनाकाल:1980)
 +
</poem>

23:50, 26 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

कितनी छायाएँ कितने हथियार चीखें कितनी
कितनी रोटियाँ कितना नून
कितने अदृश्य अपराध

सबकुछ धो डालती-सी बारिशें
फिर कितना अंधड़ कितनी लू

कितना यह संचय सब
सदियों से कितनी व्यथाएँ हाथ बांधे
कितना बड़ा होने का इतिहास

सुनो
कितनी-कितनी
आहटें
कितनी कितनी आहटें
आसपास

(रचनाकाल:1980)