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बाँध कर इरादे / रमेश रंजक
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06:39, 24 दिसम्बर 2011
मुट्ठी भर बाँध कर इरादे
बाँहों भर तोड़ कर क़सम
गीतों के रेशमी नियम
जैसे
जैसे—
वैसे ही टूट गए हम
अनिल जनविजय
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