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श्रीमान,
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मैं कविताकोश का सदस्य हूँ |
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रविंदर कुमार सोनी का जन्म देहली शहर में ५ अप्रैल १९४४ को हुआ| आपके पिता, मेहर लाल सोनी [[ज़िया फतेहाबादी]] उर्दू के मशहूर शायर थे| जब आप हिन्दू हाई स्कूल, मद्रास, के छात्र थे आपने अपने पिता को ही अपना गुरु माना और उनसे ऋग वेद, उपनिषद्, भगवद गीता व भारतीय ज्योतिष शास्त्र का ज्ञान हासिल किया| कॉलेज शिक्षा देहली में पूरी करने के पश्चात बैंक की नौकरी की जहां से १९९९ में ५५ वर्ष की आयु में अपनी इच्छा अनुसार जल्द अवकाश ग्रहण किया और भारतीय दर्शन शास्त्र व ज्योतिष पर काम करना उचित समझा| उर्दू में शेर कहना भी आपने अपने पिता से ही सीखा|
 
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अबतक अनिलजी की सहायता से मैंने ज़िया फ़तेहाबादी
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की नज़्में व ग़ज़लें कविताकोश में पोस्ट की हैं |
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मैं भी कई बरसों से उर्दू ग़ज़लें कह रहा हूँ |
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नाम: रविंदर कुमार सोनी
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उपनाम: रवि सोनी
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जन्म तिथि: ५ अप्रैल १९४४
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जन्मस्थान: दिल्ली
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प्रकाशित पुस्तकें:
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१) इन सर्च आफ़ टरू हप्पिनेस,  
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२) दी इल्ल्यूमिनेशन
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आफ़ नालेज,
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३) प्लानेट्स एंड देएर योगा फारमेशन्स
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मैं ३५ बरस बैंक नौकरी कर १९९९ में रिटाएर हुआ हूँ  और दिल्ली शहर में ही
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रह रहा हूँ |
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इंडियन फिलोसोफी और ज्योतिष पर काम कर रहा हूँ और रिटाएर
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ज़िन्दगी बसर कर रहा हूँ |
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ज़िया फ़तेहाबादी का ज्येष्ठ पुत्र हूँ |
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मेरे पिताजी ने ही मुझे सिखाया और बनाया है जो कि मैं अब हूँ |  
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वही मेरे गुरु थे |
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08:38, 23 फ़रवरी 2012 के समय का अवतरण

रविंदर कुमार सोनी का जन्म देहली शहर में ५ अप्रैल १९४४ को हुआ| आपके पिता, मेहर लाल सोनी ज़िया फतेहाबादी उर्दू के मशहूर शायर थे| जब आप हिन्दू हाई स्कूल, मद्रास, के छात्र थे आपने अपने पिता को ही अपना गुरु माना और उनसे ऋग वेद, उपनिषद्, भगवद गीता व भारतीय ज्योतिष शास्त्र का ज्ञान हासिल किया| कॉलेज शिक्षा देहली में पूरी करने के पश्चात बैंक की नौकरी की जहां से १९९९ में ५५ वर्ष की आयु में अपनी इच्छा अनुसार जल्द अवकाश ग्रहण किया और भारतीय दर्शन शास्त्र व ज्योतिष पर काम करना उचित समझा| उर्दू में शेर कहना भी आपने अपने पिता से ही सीखा|