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"केवल बाल पुस्तकें पढ़ना / ओसिप मंदेलश्ताम" के अवतरणों में अंतर

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सिर्फ़ बच्चों की तरह सोचना
 
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केवल आगे ही आगे बढ़ना
 
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और गहरी उदासी से जगना
 
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बेहद थक गया हूँ मैं
 
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इस जीवन से अपने
 
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बेहद करता हूँ प्रेम
 
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इस बेचारी धरती को
 
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उपजाऊ या परती हो
 
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बग़ीचे में झूलूँ मैं
 
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लकड़ी के झूले पर दक्ष
 
लकड़ी के झूले पर दक्ष
 
 
नीम-बेहोशी में
 
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वे फर के ऊँचे काले वृक्ष
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(रचनाकाल :1908)
  
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'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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'''लीजिए अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए'''
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            Осип Мандельштам
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      Только детские книги читать…
  
(रचनाकाल :1908)
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Только детские книги читать,
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Только детские думы лелеять,
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Все большое далеко развеять,
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Из глубокой печали восстать.
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Я от жизни смертельно устал,
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Ничего от нее не приемлю,
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Но люблю мою бедную землю
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Оттого, что иной не видал.
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Я качался в далеком саду
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На простой деревянной качели,
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И высокие темные ели
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Вспоминаю в туманном бреду.
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1908 г.
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23:40, 7 जून 2025 के समय का अवतरण

केवल बाल पुस्तकें पढ़ना
सिर्फ़ बच्चों की तरह सोचना
केवल आगे ही आगे बढ़ना
और गहरी उदासी से जगना

बेहद थक गया हूँ मैं
इस जीवन से अपने
और नहीं कुछ लूँगा इससे
न देखूँगा सपने

बेहद करता हूँ प्रेम
मैं अपनी
इस बेचारी धरती को
मैंने न देखी
कोई दूजी ऐसी
उपजाऊ या परती हो

कहीं दूर
बग़ीचे में झूलूँ मैं
लकड़ी के झूले पर दक्ष
नीम-बेहोशी में
याद मुझे हैं
वे फ़र के ऊँचे काले वृक्ष

(रचनाकाल :1908)

मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
             Осип Мандельштам
      Только детские книги читать…

Только детские книги читать,
Только детские думы лелеять,
Все большое далеко развеять,
Из глубокой печали восстать.

Я от жизни смертельно устал,
Ничего от нее не приемлю,
Но люблю мою бедную землю
Оттого, что иной не видал.

Я качался в далеком саду
На простой деревянной качели,
И высокие темные ели
Вспоминаю в туманном бреду.

1908 г.