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स्त्री वेद पढ़ती है / दिनकर कुमार
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07:57, 4 अप्रैल 2013
बनी रहे स्त्री बांदी
जाहिल और उपेक्षिता
डूबी रहे
अंधविश्वासों
अन्धविश्वासों
व्रत-उपवासों में
उतारती रहे पति परमेश्वर
अनिल जनविजय
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