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"पंथ में सांझ / नामवर सिंह" के अवतरणों में अंतर

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दीठ निवारना ।
 
दीठ निवारना ।
  
याद है : चीड़ी की टूक से चाँद पै
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याद है : चूड़ी की टूक से चाँद पै
 
तैरती आँख में आँख का ढारना ?
 
तैरती आँख में आँख का ढारना ?
 
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13:53, 15 अप्रैल 2013 के समय का अवतरण

पथ में साँझ
पहाड़ियाँ ऊपर
पीछे अँके झरने का पुकारना ।

सीकरों की मेहराब की छाँव में
छूटे हुए कुछ का ठुनकारना ।

एक ही धार में डूबते
दो मनों का टकराकर
दीठ निवारना ।

याद है : चूड़ी की टूक से चाँद पै
तैरती आँख में आँख का ढारना ?