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"'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी" के अवतरणों में अंतर
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+ | * [[सुलगना अंदर अंदर मिस्रा-ए-तर सोचते रहना / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी]] | ||
+ | * [[ज़मीन चीख़ रही है के आसमान गिरा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी]] |
21:56, 13 अगस्त 2013 के समय का अवतरण
'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
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जन्म | 1923 |
---|---|
निधन | 2009 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी / परिचय |
ग़ज़लें
- बहुत जुमूद था बे-हौसलों में क्या करता / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- हाथ फैलाओं तो सूरज भी सियाही देगा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- हर इक क़यास हक़ीक़त से दूर-तर निकला / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- ज़बीं पे गर्द है चेहरा ख़राश में डूबा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- खुला न मुझ से तबीअत का था बहुत गहरा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- लहू ही कितना है जो चश्म-ए-तर से निकलेगा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- मैं ही इक शख़्स था यारान-ए-कोहन में ऐसा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- मुझे मंज़ूर काग़ज़ पर नहीं पत्थर पे लिख देना / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- पाया-ए-ख़िश्त-ओ-ख़ज़फ और गोहर से ऊँचा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- सवाल सख़्त था दरिया के पार उतर जाना / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- सुलगना अंदर अंदर मिस्रा-ए-तर सोचते रहना / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी
- ज़मीन चीख़ रही है के आसमान गिरा / 'फ़ज़ा' इब्न-ए-फ़ैज़ी