भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अमीर इमाम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र= |नाम=अमीर इमाम |उपनाम= |जन्म= |जन्मस्...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(→ग़ज़लें) |
||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== | ||
− | * [[ / अमीर इमाम]] | + | * [[अब इस जहान-ए-बरहना का इस्तिआरा हुआ / अमीर इमाम]] |
+ | * [[छुप जाता है फिर सूरज जिस वक़्त निकलता है / अमीर इमाम]] | ||
+ | * [[हर एक शाम का मंज़र धुआँ उगलने लगा / अमीर इमाम]] | ||
+ | * [[काँधों से ज़िंदगी को उतरने नहीं दिया / अमीर इमाम]] | ||
+ | * [[कि जैसे कोई मुसाफ़िर वतन में लौट आए / अमीर इमाम]] | ||
+ | * [[वो मारका कि आज भी सर हो नहीं सका / अमीर इमाम]] | ||
+ | * [[ये कार-ए-ज़िंदगी था तो करना पड़ा मुझे / अमीर इमाम]] | ||
+ | * [[यूँ मिरे होने का मुझ पर आश्कार उस ने किया / अमीर इमाम]] |
08:43, 4 नवम्बर 2013 के समय का अवतरण
अमीर इमाम
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
अमीर इमाम / परिचय |
ग़ज़लें
- अब इस जहान-ए-बरहना का इस्तिआरा हुआ / अमीर इमाम
- छुप जाता है फिर सूरज जिस वक़्त निकलता है / अमीर इमाम
- हर एक शाम का मंज़र धुआँ उगलने लगा / अमीर इमाम
- काँधों से ज़िंदगी को उतरने नहीं दिया / अमीर इमाम
- कि जैसे कोई मुसाफ़िर वतन में लौट आए / अमीर इमाम
- वो मारका कि आज भी सर हो नहीं सका / अमीर इमाम
- ये कार-ए-ज़िंदगी था तो करना पड़ा मुझे / अमीर इमाम
- यूँ मिरे होने का मुझ पर आश्कार उस ने किया / अमीर इमाम