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"दे दो आकाश / रमा द्विवेदी" के अवतरणों में अंतर

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कहने को तो कुछ भी कहो, स्वीकार नहीं हमको।<br>
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हम जैसे हैं वैसे ही हैं, इन्कार नहीं हमको॥<br><br>
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खामोश भी जब हम रहे, कमजोर समझा हमको|<br>
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|प्रकाशक= संगम प्रकाशन, १०२, इम्पीरियल मनोर अपार्टमेंट, बेगमपेट, हैदराबाद-५०००१६
तोडेंगे मौन अपना, देंगे जवाब तुमको।<br>
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|वर्ष= सितम्बर-2005
हम जैसे हैं वैसे ही हैं, इन्कार नहीं हमको॥<br><br>
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|भाषा=हिन्दी
 
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|विषय=कविताएँ
प्रश्नों के कठघरे में, घेरा है तुमने हमको।<br>
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|शैली=--
लेंगे हिसाब इक-इक, देना पडेगा तुमको।<br>
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|पृष्ठ=128
हम जैसे हैं वैसे ही हैं, इन्कार नहीं हमको॥<br><br>
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पत्थर भी टूट जाए, कोसा है इतना हमको|<br>
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सभ्यता का पाठ, फिर से पढ़ना पडेगा तुमको|<br>
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* [[दे दो आकाश हमको (कविता) / रमा द्विवेदी]]
हम जैसे हैं वैसे ही हैं, इन्कार नहीं हमको।<br><br>
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* [[न जाने कैसी आज़ादी / रमा द्विवेदी]]
 
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देखी नहीं जाती है, सफलता हमारी तुमको।<br>
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भारी पडी इक नारी, दे दी शिकस्त तुमको|<br>
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हम जैसे हैं वैसे ही हैं, इन्कार नहीं हमको॥<br><br>
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राज़ मुबारक तुमको, ताज़ मुबारक तुमको|<br>
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बस चाहते हैं इतना, दे दो आकाश हमको|<br>
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हम जैसे हैं वैसे ही हैं, इन्कार नहीं हमको॥<br><br>
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23:41, 26 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

दे दो आकाश
De Do Aakash.png
रचनाकार रमा द्विवेदी
प्रकाशक संगम प्रकाशन, १०२, इम्पीरियल मनोर अपार्टमेंट, बेगमपेट, हैदराबाद-५०००१६
वर्ष सितम्बर-2005
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ 128
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।