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"मंगल राधा कृष्ण नाम / प्रेमघन" के अवतरणों में अंतर
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|संग्रह=युगमंगलस्तोत्र / बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' | |संग्रह=युगमंगलस्तोत्र / बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' | ||
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मंगल राधा कृष्ण नाम शुचि सरस सुहावन। | मंगल राधा कृष्ण नाम शुचि सरस सुहावन। |
12:46, 2 फ़रवरी 2016 के समय का अवतरण
मंगल राधा कृष्ण नाम शुचि सरस सुहावन।
मंगलमय अनुराग जुगल मन मोह बढ़ावन॥
मंगल गावनि भाव सुमंगल बेनु बजावन।
मंगल प्यारी मोद विहँसि मुख चंद दुरावन॥
मंगलमय प्रातहि उठि दोऊ कुंजनितें गृह आवईं।
बद्रीनरायन जू तहाँ मंगल पाठ सुनावईं॥