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"ऋतु वसन्त नआएको भए / भीमदर्शन रोका" के अवतरणों में अंतर
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− | गुराँस यति रातो हुने थिएन | + | गुराँस यति रातो हुने थिएन |
− | तिमी यसरी नशर्माएको भए ! | + | तिमी यसरी नशर्माएको भए ! |
− | धर्तीले छातीमा फूल नलाएको भए | + | धर्तीले छातीमा फूल नलाएको भए |
− | छहरामा लहराले चुल्ठी नबाटेको भए | + | छहरामा लहराले चुल्ठी नबाटेको भए |
यो वसन्तमा म के पाउने थिएँ ? | यो वसन्तमा म के पाउने थिएँ ? | ||
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16:37, 23 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
ऋतु वसन्त नआएको भए
तिमीले गीत मेरो नगाएको भए
गुराँस यति रातो हुने थिएन
तिमी यसरी नशर्माएको भए !
धर्तीले छातीमा फूल नलाएको भए
छहरामा लहराले चुल्ठी नबाटेको भए
यो वसन्तमा म के पाउने थिएँ ?
पोहर वसन्तमा तिमीले क्यै नलुकाएको भए !
वनले बस्ती नछोएको भए
मनमा मस्ती नआएको भए
फूलको प्याला रित्तिने थिएन
तिमीले यसरी नपियाएको भए !