भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सुबह-शाम / गिरधर राठी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= गिरिधर राठी |संग्रह= निमित्त / गिरिधर राठी }} उड़े चले आ...) |
Pratishtha (चर्चा | योगदान) छो (सुबह-शाम / गिरिधर राठी का नाम बदलकर सुबह-शाम / गिरधर राठी कर दिया गया है) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
− | |रचनाकार= | + | |रचनाकार= गिरधर राठी |
− | |संग्रह= निमित्त / | + | |संग्रह= निमित्त / गिरधर राठी |
}} | }} | ||
02:31, 24 जून 2009 के समय का अवतरण
उड़े चले आते हैं वायुयान
पक्षी
उड़ी चली जातीं आकांक्षाएँ
उड़ती हैं पत्तियाँ नीम की पतझर में
उड़े चले आते हैं किस्से अपराधों के