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"नन्हे सपने / नीलेश रघुवंशी" के अवतरणों में अंतर

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तुमने कुछ कहा था?
 
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याद नहीं
 
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उसी को याद करता मेरा अकेलापन
 
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ख़ामोश रात जागती आँखें
 
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नन्हें जीवित सपने
 
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एक दिन के।
 
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13:04, 3 मार्च 2010 के समय का अवतरण

एक दिन
तुमने कुछ कहा था?
याद नहीं
उसी को याद करता मेरा अकेलापन
ख़ामोश रात जागती आँखें
नन्हें जीवित सपने
एक दिन के।