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रणनीति/राजनीति / मथुरा नाथ सिंह 'रानीपुरी'
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08:22, 10 जुलाई 2017
सबके घर में रात अन्हरिया
निज घर चान उगावै छै।
‘मथुरा सिंह’ रण भेद बताबै
झगड़े आग लगाबै छै
तोड़ोॅ टेंग भेदिया केॅ रे
मिसरी घोल पिलाबै छै।
</poem>
Lalit Kumar
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