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जो रोज़ नक़ाबें बदल रहे हैं | जो रोज़ नक़ाबें बदल रहे हैं | ||
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प्यारी सूरत | प्यारी सूरत | ||
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जिनको सूरत समझ रहे हो | जिनको सूरत समझ रहे हो | ||
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सिर्फ़ मुखौटे हैं वो ख़ालिस! | सिर्फ़ मुखौटे हैं वो ख़ालिस! | ||
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जिनके पीछे | जिनके पीछे | ||
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ख़ुदग़र्जी और चालाकी का | ख़ुदग़र्जी और चालाकी का | ||
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एक बहुत भद्दा चहरा है | एक बहुत भद्दा चहरा है | ||
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नोंचो उसको। | नोंचो उसको। | ||
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01:04, 10 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
पहचानो और पकड़ो उनको
चहरों पर
जो रोज़ नक़ाबें बदल रहे हैं
पहचानो और पकड़ो उनको
भॊली सूरत
प्यारी सूरत
साँवली सूरत
गोरी सूरत
जिनको सूरत समझ रहे हो
सिर्फ़ मुखौटे हैं वो ख़ालिस!
जिनके पीछे
ख़ुदग़र्जी और चालाकी का
एक बहुत भद्दा चहरा है
पहचानो और पकड़ो उनको
नोंचो उसको।