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"अच्छा लगा / कुंवर नारायण" के अवतरणों में अंतर

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पार्क में बैठा रहा कुछ देर तक
 
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पेड़ की छाया का सुख
 
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अच्छा लगा,
 
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डाल से पत्ता गिरा- पत्ते का मन,
 
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"अब चलूँ" सोचा,
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तो यह अच्छा लगा...
 
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15:46, 4 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

पार्क में बैठा रहा कुछ देर तक
अच्छा लगा,
पेड़ की छाया का सुख
अच्छा लगा,
डाल से पत्ता गिरा- पत्ते का मन,
"अब चलूँ" सोचा,
तो यह अच्छा लगा...