"मेरे पास / निकोलस गियेन" के अवतरणों में अंतर
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|रचनाकार=निकोलस गियेन | |रचनाकार=निकोलस गियेन | ||
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जब मैं ख़ुद को देखता हूँ और छूता हूँ ख़ुद को | जब मैं ख़ुद को देखता हूँ और छूता हूँ ख़ुद को | ||
− | मैं | + | मैं ह्वान |
कुछ भी तो नहीं था जिसके पास कल | कुछ भी तो नहीं था जिसके पास कल | ||
− | मैं | + | मैं ह्वान |
जिसके पास सब कुछ है आज | जिसके पास सब कुछ है आज | ||
आज सब-कुछ के साथ | आज सब-कुछ के साथ | ||
मैं ख़ुद को देखता हूँ और छूता हूँ | मैं ख़ुद को देखता हूँ और छूता हूँ | ||
− | और पूछता हूँ ख़ुद से | + | और पूछता हूँ ख़ुद से — |
ऐसा कैसे हुआ | ऐसा कैसे हुआ | ||
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ध्यान से देखो मैंने क्या किया है | ध्यान से देखो मैंने क्या किया है | ||
क्या से क्या बना दिया है | क्या से क्या बना दिया है | ||
− | आज मैं कह सकता हूँ गन्ना | + | आज मैं कह सकता हूँ — गन्ना |
− | मैं कह सकता हूँ पहाड़ | + | मैं कह सकता हूँ — पहाड़ |
− | शहर कह सकता हूँ मैं | + | शहर — कह सकता हूँ मैं |
− | अपनी जुबान से कह सकता हूँ मैं | + | अपनी जुबान से कह सकता हूँ मैं —सेना |
ये सब मेरे हैं | ये सब मेरे हैं | ||
हमेशा के लिए अब ये सब तेरे हैं | हमेशा के लिए अब ये सब तेरे हैं | ||
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और कह सकता हूँ मैनेजर से | और कह सकता हूँ मैनेजर से | ||
अंग्रेज़ी में "सर" नहीं | अंग्रेज़ी में "सर" नहीं | ||
− | बल्कि अपनी भाषा में "कम्पानेरो" | + | बल्कि अपनी भाषा में "कम्पानेरो" यानी साथी |
जैसे कहते हैं हम स्पानी में | जैसे कहते हैं हम स्पानी में | ||
ज़रा देखो मुझे | ज़रा देखो मुझे | ||
काला होते हुए भी | काला होते हुए भी | ||
− | मैं किसी | + | मैं किसी डाँस-हाल में घुस सकता हूँ |
किसी भी बार के दरवाज़े को खोल सकता हूँ | किसी भी बार के दरवाज़े को खोल सकता हूँ | ||
किसी भी होटल के गलीचे पर चल-फिर सकता हूँ | किसी भी होटल के गलीचे पर चल-फिर सकता हूँ | ||
− | + | अब मुझ पर कोई चीख़ नहीं सकता कि जगह नहीं है मेरे लिए होटल में | |
− | + | कोई विशाल कमरा नहीं, लेकिन एक छोटा कमरा | |
− | एक नन्हा कमरा फिर भी ले सकता हूँ मैं | + | एक नन्हा कमरा, फिर भी ले सकता हूँ मैं |
आराम करने के लिए | आराम करने के लिए | ||
− | ज़रा देखो मेरे पास क्या है | + | ज़रा देखो, मेरे पास क्या है |
− | अब कोई | + | अब कोई यहाँ देहाती पुलिस नहीं है |
जो मुझे पकड़ ले और मुझे बन्द कर दे हवालात में | जो मुझे पकड़ ले और मुझे बन्द कर दे हवालात में | ||
जो मुझे बेदख़ल कर दे मेरी ज़मीन से | जो मुझे बेदख़ल कर दे मेरी ज़मीन से | ||
पंक्ति 95: | पंक्ति 94: | ||
जो पहले भी होना चाहिए था। | जो पहले भी होना चाहिए था। | ||
− | ''' | + | '''अँग्रेज़ी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय''' |
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06:25, 14 अक्टूबर 2022 के समय का अवतरण
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जब मैं ख़ुद को देखता हूँ और छूता हूँ ख़ुद को
मैं ह्वान
कुछ भी तो नहीं था जिसके पास कल
मैं ह्वान
जिसके पास सब कुछ है आज
आज सब-कुछ के साथ
मैं ख़ुद को देखता हूँ और छूता हूँ
और पूछता हूँ ख़ुद से —
ऐसा कैसे हुआ
मेरे पास, ज़रा देखो
मेरे पास अपनी ख़ुशी है
मेरे पास मेरा देश है
मैं मालिक हूँ अपने इस देश का
मैं मालिक हूँ उन सब चीज़ों का जो इस देश में हैं
ध्यान से देखो मैंने क्या किया है
क्या से क्या बना दिया है
आज मैं कह सकता हूँ — गन्ना
मैं कह सकता हूँ — पहाड़
शहर — कह सकता हूँ मैं
अपनी जुबान से कह सकता हूँ मैं —सेना
ये सब मेरे हैं
हमेशा के लिए अब ये सब तेरे हैं
हमारे हैं ये सब
सूर्य की यह दीप्ति
तारों का यह वैभव
फूलों की यह शान
अब हमारी है
मेरे पास, ज़रा देखो
मेरे पास अपनी ख़ुशी है
अपने किसान हैं, अपने मज़दूर
अपनी जनता है मेरे पास, अपने लोग हैं
कितना ख़ुश हूँ मैं
कि मैं अब बैंक में जा सकता हूँ
और कह सकता हूँ मैनेजर से
अंग्रेज़ी में "सर" नहीं
बल्कि अपनी भाषा में "कम्पानेरो" यानी साथी
जैसे कहते हैं हम स्पानी में
ज़रा देखो मुझे
काला होते हुए भी
मैं किसी डाँस-हाल में घुस सकता हूँ
किसी भी बार के दरवाज़े को खोल सकता हूँ
किसी भी होटल के गलीचे पर चल-फिर सकता हूँ
अब मुझ पर कोई चीख़ नहीं सकता कि जगह नहीं है मेरे लिए होटल में
कोई विशाल कमरा नहीं, लेकिन एक छोटा कमरा
एक नन्हा कमरा, फिर भी ले सकता हूँ मैं
आराम करने के लिए
ज़रा देखो, मेरे पास क्या है
अब कोई यहाँ देहाती पुलिस नहीं है
जो मुझे पकड़ ले और मुझे बन्द कर दे हवालात में
जो मुझे बेदख़ल कर दे मेरी ज़मीन से
और बीच सड़क मुझे पटक दे ज़मीन पर
मेरे पास क्या है
अपनी ज़मीन है मेरे पास
अपना समुद्र है
फ़ॉर्म हाऊस नहीं है मेरे पास
विलासी जीवन भी नहीं है
टेनिस नही खेलता हूँ मैं
अपनी शानदार नौका नहीं है
लेकिन एक तट से दूसरे तट तक
एक लहर से दूसरी लहर तक
विराट, नीला और आज़ाद
समुद्र है मेरे पास
क्या है मेरे पास
मैं पढ़ना सीख गया हूँ
लिखना सीख गया हूँ मैं
गिन सकता हूँ कुछ भी
अब मैं सोच सकता हूँ
और लगा सकता हूँ ठहाके
क्या कुछ नहीं है मेरे पास
नौकरी है
कमाई है
खाना है
जीवन है मेरे पास
कुछ भी देख सकता हूँ मैं
वह सब कुछ है मेरे पास
जो पहले भी होना चाहिए था।
अँग्रेज़ी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय