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"तुलना / मृत्यु-बोध / महेन्द्र भटनागर" के अवतरणों में अंतर

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शिव में
 
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अन्तर है मात्रा इकार का
 
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(तीसरे वर्ण वार का।)
 
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शिव —
 
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मंगलकारी है
 
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सुख झड़ता है!
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शव —
 
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अनिष्ट-सूचक
 
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केवल सड़ता है!
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शिव के तीन नेत्र हैं,
 
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शव अंधा है!
  
शव अंधा है !
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कैसा गोरखधंधा है?
 
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कैसा गोरखधंधा है ?
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01:45, 6 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

शिव में
शव में
अन्तर है मात्रा इकार का
(तीसरे वर्ण वार का।)

शिव —
मंगलकारी है
सुख झड़ता है!

शव —
अनिष्ट-सूचक
केवल सड़ता है!

शिव के तीन नेत्र हैं,
शव अंधा है!

कैसा गोरखधंधा है?