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सड़क का पत्थर चलने से घिस जाए, | सड़क का पत्थर चलने से घिस जाए, | ||
वो बांस का वन ख़ूब फूल खिलाए, | वो बांस का वन ख़ूब फूल खिलाए, | ||
− | + | जब पहाड़ पे गूँजें बन्दरों की खी-खी | |
− | हमारी खिड़की | + | हमारी खिड़की पे सूरज खिल जाए । |
गहरी छाया ले जब बादल घिर आएँ, | गहरी छाया ले जब बादल घिर आएँ, | ||
झील का नीला जल तब दिल बहलाए, | झील का नीला जल तब दिल बहलाए, | ||
श्वेत बगुले और सारस उड़ें ताल पर, | श्वेत बगुले और सारस उड़ें ताल पर, | ||
− | + | उनके साथ उड़ूँ मैं भी, वे मुझे बेहद भाएँ । | |
'''रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय''' | '''रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय''' | ||
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19:12, 15 जून 2020 के समय का अवतरण
सड़क का पत्थर चलने से घिस जाए,
वो बांस का वन ख़ूब फूल खिलाए,
जब पहाड़ पे गूँजें बन्दरों की खी-खी
हमारी खिड़की पे सूरज खिल जाए ।
गहरी छाया ले जब बादल घिर आएँ,
झील का नीला जल तब दिल बहलाए,
श्वेत बगुले और सारस उड़ें ताल पर,
उनके साथ उड़ूँ मैं भी, वे मुझे बेहद भाएँ ।
रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय