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सपने में घर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
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03:00, 5 जनवरी 2021
दूसरे पेड़ की डाल पर बैठे
टुकुर-टुकुर ताकता रहता
चिड़िया चिल्लाती रह जाती
वीरबाला
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