गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सूरज / अनिल जनविजय
16 bytes added
,
16:45, 9 दिसम्बर 2009
|संग्रह=कविता नहीं है यह / अनिल जनविजय
}}
{{KKCatKavita}}
<Poem>
सूरज
क़िताब पढ़ रहा है
एक लम्बा भूमिगत इतिहास
यातना के भयानक सब
क्षणॊं
क्षणों
को
मन ही मन फिर गढ़ रहा है
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,371
edits