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हार की जीत / अरुण कमल

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नहीं, मुझे अपनी परवाह नहीं
परवाह नहीं हारें कि जीतें
नहीं, यह बात किसी को मत बताना खड्ग सिंह
नहीं तो लोग ग़रीबों पर विश्वास करना छोड़ देंगे।
 
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