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"वह जो / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर
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03:45, 16 जनवरी 2009 के समय का अवतरण
वह जो हँस रही है
ऎन चौराहे पे
लोक-लाज से परे
कल तक उसके स्वर
गूँजते थे
मंदिर की आरती में