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आओ  
 
आओ  

22:17, 4 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

आओ
बैठें
खाली बिल्कुल
दुनिया के बीच बाज़ार
ठाले से

दुनिया की चीख पुकार
अपना सन्नाटे का शोर

सब छोड़-छाड़
हों मगन

अगन ठाले की

बैठें
पैठें
कहीं तो होगा
कुछ तो पार 
                (1986)