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"मैत्रेयी / आलोक श्रीवास्तव-२" के अवतरणों में अंतर

 
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....और तब  
 
....और तब  
 
याज्ञवल्क्य के वन की ओर बढ़े  
 
याज्ञवल्क्य के वन की ओर बढ़े  

10:39, 10 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

....और तब
याज्ञवल्क्य के वन की ओर बढ़े
कदमों को रोक कर
मैत्रेयी ने कहा -
'ज्ञान का अमरत्व दें मुझे'

ॠषि ठहर गये

मैत्रेयी आज भी रोको ॠषि को

प्रकृति से पूछो
इतिहास से और समय से मांगो
ज्ञान का अमरत्व

मैत्रेयी
फिर ठुकरा दो
ज्ञान के एवज में
संसार भर की
धन-संपदा !