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"प्रण-भंग / रामधारी सिंह "दिनकर"" के अवतरणों में अंतर

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फूलों-सा खिलना तेरा।  
 
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शक्ति-यान पर चढ़कर वह  
 
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से न जगत सकता है भूल।  
 
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अब भी उस सौरभ से सुरभित  
 
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18:30, 27 अगस्त 2020 के समय का अवतरण

विश्व-विभव की अमर वेलि पर
फूलों-सा खिलना तेरा।
शक्ति-यान पर चढ़कर वह
उन्नति-रवि से मिलना तेरा।
भारत ! क्रूर समय की मारों
से न जगत सकता है भूल।
अब भी उस सौरभ से सुरभित
हैं कालिन्दी के कल-कूल।