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"कुछ मक़्ते / यगाना चंगेज़ी" के अवतरणों में अंतर

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हिजाबो-नाज़ बेजा ‘यास’ जिस दिन बीच में आया।
 
हिजाबो-नाज़ बेजा ‘यास’ जिस दिन बीच में आया।
 
 
उसी दिन से लड़ाई ठन गई शेख़ो-बिरहमन में॥
 
उसी दिन से लड़ाई ठन गई शेख़ो-बिरहमन में॥
 
 
  
 
यहीं से सैर कर लो ‘यास’ इतनी दूर क्यों जाओ।
 
यहीं से सैर कर लो ‘यास’ इतनी दूर क्यों जाओ।
 
 
अदम आबाद का डांडा मिला है कूए-क़ातिल से॥
 
अदम आबाद का डांडा मिला है कूए-क़ातिल से॥
 
 
  
 
क्या कोई पूछनेवाला भी अब अपना न रहा।
 
क्या कोई पूछनेवाला भी अब अपना न रहा।
 
 
दर्दे-दिल रोने लगे ‘यास’ जो बेगानों से॥
 
दर्दे-दिल रोने लगे ‘यास’ जो बेगानों से॥
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19:05, 14 जुलाई 2009 के समय का अवतरण

हिजाबो-नाज़ बेजा ‘यास’ जिस दिन बीच में आया।
उसी दिन से लड़ाई ठन गई शेख़ो-बिरहमन में॥

यहीं से सैर कर लो ‘यास’ इतनी दूर क्यों जाओ।
अदम आबाद का डांडा मिला है कूए-क़ातिल से॥

क्या कोई पूछनेवाला भी अब अपना न रहा।
दर्दे-दिल रोने लगे ‘यास’ जो बेगानों से॥