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अब तक वही बचने की सिमटने की अदा / जाँ निसार अख़्तर
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13:16, 19 अक्टूबर 2009
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|रचनाकार=जाँ निसार अख़्तर
|संग्रह=घर-आँगन (रुबाइयाँ) / जाँ निसार अख़्तर
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[[Category:रुबाई]]
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अब तक वही बचने की सिमटने की अदा
Shrddha
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